16 सप्टेंबर दिनविशेष


*16 सप्टेंबर दिनविशेष 2022 !*
      🧩 *शुक्रवार* 🧩


💥 *जागतिक ओझोन संवर्धन दिन*
💥 *कामगार शिक्षण दिन*
         
         🌍 *घडामोडी* 🌍    
 
👉 *1987 - ओझोनच्या थराच्या कमीत कमी संरक्षण करण्यासाठी माॅन्ट्रियल प्रोटोकॉलवर स्वाक्षरी केली आहे*
👉 *1997 - संस्कृत भाषेसंदर्भात प्रशंसनीय कार्यकेल्याबद्दल मुबंई येथील मराठा मंदिर संस्थेच्या वरळी हायस्कूल मधील संस्कृतचे निवृत्त शिक्षक पं.गुलाम दस्तगीर अब्बास अली बिराजदार यांना राष्ट्रीय संस्कृत पंडित हा राष्ट्रपतीकडून दिला जाणारा पुरस्कार जाहीर*         
👉 *1997 - आय.टी.सी. आंतरराष्ट्रीय मैदानी स्पर्धेत राजीव बालकृष्णन याने शंभर मीटर धावण्याच्या शर्यतीत 10.50 सेकंद वेळ नोंदवून राष्ट्रीय विक्रम केला*

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*विदर्भ प्राथमिक शिक्षक संघ नागपूर* 
(प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ नागपूर विभाग नागपूर) 
9860214288, 9423640394
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🌍 *जन्म*

👉 *1954 - संजय बंदोपाध्याय  सतारवादक  यांचा जन्म*
👉 *1942 - नामदेव धोंडो तथा ना.गो.महानोर- निसर्ग कवी व प्रयोगशील शेतकरी त्यांना पानझड  या कवितासंग्रहालय साहित्य अकादमी चा पुरस्कार मिळाला आहे  यांचा जन्म*

🌍 *मृत्यू*

👉 *2012 - आयमॅक्स चे सहसंस्थापक रोमन कोरियटर  यांचे निधन*
👉 *2005 - लेसर चे शोधक गाॅडन गुल्ड  यांचे  निधन*
 
🙏 *मिलिंद विठ्ठलराव वानखेडे*🙏
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          *🥇सामान्य ज्ञान 🥇*
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*👉पोंगल कोणत्या राज्याचा सण आहे ?*
*🥇तामिळनाडू*

*👉गिधा आणि भांगडा कोणत्या राज्याचे लोकनृत्य आहे ?*            *🥇पंजाब*

*👉टेलिव्हिजनचा शोध कोणी लावला ?*
*🥇जॉन लोगी बेअर्ड*

*👉भारताची पहिली महिला शासिका कोण होती ?*
*🥇रजिया सुलताना*

*👉इन्कलाब जिंदाबाद ही घोषणा कोणी केली होती ?*
*🥇भगतसिंग*

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           *🕸 बोधकथा 🕸*
     
*👣गुरुचे महत्व👣*
 
   *मी एकाला विचारले, "गुरुची कृपा किती होऊ शकते?" तो माणूस त्या वेळी एक सफरचंद खात होता. त्याने एक सफरचंद माझ्या हाती ठेवले आणि विचारले, "सांगा पाहू यांत किती बिया असतील?"* 

   *सफरचंद कापून मी त्यांतील बिया मोजल्या आणि म्हणालो, "यात तीन बिया आहेत" त्याने त्यातील एक बी आपल्या हाती घेतली आणि मला विचारले, "या एका बियेमध्ये किती सफरचंदे असतील असे तुला वाटते?" मी मनातल्या मनातच हिशोब करू लागलो, एका ह्या बियेपासून एक झाड, त्या झाडावर अनेक सफरचंदे लागणार, त्या प्रत्येक सफरचंदांत पुन्हा तीन बिया, त्या प्रत्येक बियेमधून पुन्हा एक झाड, त्या झाडांना पुन्हा तशीच तीन बिया असणारी फळे लागणार. अबब! ही प्रक्रिया चालूच राहणार! कसा सांगू मी त्या बियेमध्ये असलेल्या भावी फळांची संख्या?. मी चक्रावलोच.*

    *माझी अशी अवस्था पाहून तो माणूस मला म्हणाला, " अशीच गुरुची कृपा आपल्यावर बरसत असते. आपण फक्त भक्तीरूपी एकाच बीजाचा उदय आपल्या मनांत करवून घेण्याची गरज आहे."*
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         *🌐 आजच्या बातम्या 🌐*

*📢फॉक्सकॉनपेक्षा मोठा प्रकल्प आणू, हे म्हणजे रडणाऱ्या मुलाची समजूत काढण्यासारखं; शरद पवारांची टीका*  
*📢कोकणातील रिफायनरीबाबत RRPCL कडून सरकारला महिनाभराचा अल्टिमेटम, प्रकल्प राज्याबाहेर जाणार नाही : उदय सामंत*
*📢तब्बल 70 वर्षानंतर भारतात चित्ता दिसणार! नामिबियातून 8 चित्ते भारतात आणणार, जम्बो जेट सज्ज*
*📢चुकीच्या मीटर रिडिंगमुळे वीजबिलांमध्ये तफावत, रिडिंग घेणाऱ्या 76 एजन्सी बडतर्फ, महावितरणचा झटका*
*📢IND vs AUS: ऑस्ट्रेलियाचा संघ भारतात दाखल; 20 सप्टेंबरला पहिला टी-20 सामना*
*📢DRDO चा विस्तार, सहा आयआयटीमध्ये उभारणार समन्वय केंद्र, संरक्षणमंत्र्यांची मंजूरी*
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*मिलिंद व्हि वानखेडे*
*मुख्याध्यापक*
*प्रकाश हायस्कूल व ज्युनिअर कॉलेज  कान्द्री-माईन* 
*9860214288*
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*🇮🇳 आझादी का अमृत महोत्सव 🇮🇳*
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       🇮🇳 *गाथा बलिदानाची* 🇮🇳
                 ▬ ❚❂❚❂❚ ▬                  संकलन : सुनिल हटवार ब्रम्हपुरी,          
             चंद्रपूर 9403183828                                                      
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               *शहीद बलवंत सिंह*
    *जन्म : 16 सितंबर 1882*
             (खुर्दपूर, जालंधर)
    *फाँसी : 29 मार्च 1917*
                (लाहौर जेल)

नागरिकता : भारतीय
अन्य जानकारी : बलवंत सिंह 1915 में गिरफ्तार हुए और ब्रिटिश सरकार को सौंप दिए गए। दूसरे ‘लाहौर षड्यंत्र केस’ में उन पर भी मुकदमा चला और 29 मार्च, 1917 में लाहौर जेल में फाँसी दे दी गई।
शहीद बलवंत सिंह  स्वतंत्रता सेनानी थे और वह 10 वर्ष तक अंग्रेजों की सेना में थे।

💁🏻‍♂️ *जीवन परिचय*
            1905 में सेना से त्यागपत्र दे दिया और धार्मिक क्रियाकलापों में लग गए। कुछ समय बाद बलवंत सिंह अमेरिका होते हुए कनाडा पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि भारत की दासता के कारण और जातीय भेदभाव से भारत से गए लोगों के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जाता है। उन्होंने इसके विरोध में आवाज़ उठाई, किन्तु उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अब उनको विश्वास हो गया कि भारत से अंग्रेजों की सत्ता समाप्त होने पर ही इस भेदभाव का अंत संभव है। बलवंत सिंह ‘ग़दर पार्टी’ के संपर्क में आए। ‘कामागाटा मारु’ जहाज से भारत के लोगों को कनाडा के तट पर उतारने का प्रयत्न करने वालों में वे भी सम्मिलित थे। भारत आकर उन्होंने पंजाब में लोगों को विदेशी सरकार के विरुद्ध संगठित करने का प्रयत्न किया। वहां के लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल डायर ने लिखा कि बलवंत सिंह पंजाब में राजद्रोह फैला रहे थे।                                     🪔 *मृत्यु*
                     बलवंत सिंह बैंकाक गए हुए थे कि उन पर कनाडा के सिखों के विरुद्ध काम करने वाले हॉपकिन्सन की हत्या में सम्मिलित होने का आरोप लगाया गया। 1915 में गिरफ्तार हुए और ब्रिटिश सरकार को सौंप दिए गए। दूसरे ‘लाहौर षड्यंत्र केस’ में उन पर भी मुकदमा चला और 29 मार्च, 1917 में लाहौर जेल में फाँसी दे दी गई।                                               🇮🇳 *जयहिंद* 🇮🇳                                                                            🙏🌹  *विनम्र अभिवादन* 🌹🙏                                                                                                                                                                                                                                                                           ➖➖➖➖➖➖➖➖➖

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