05 डिसेंबर दिनविशेष


*05 डिसेंबर दिनविशेष 2022 !*
🧩 *सोमवार* 🧩
     
         🌍 *घडामोडी* 🌍    
 
👉 *2016 - गौरव गिल यांनी 2016 आशिया पॅसिफिक रॅली चॅम्पियनशिप किताब जिंकला*        
👉 *2014 - जागतिक मृदा दिन*

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*विदर्भ प्राथमिक शिक्षक संघ नागपूर* 
(प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ नागपूर विभाग नागपूर) 
9860214288, 9423640394
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🌍 *जन्म*

👉 *1965 - भारतीय फॅशन डिझायनर मनिष मल्होत्रा  यांचा जन्म*
👉 *1974 - भारतीय  पञकार व लेखक रविश कुमार  यांचा जन्म*

        🌍 *मृत्यू*🌍

👉 *2015 - जेष्ठ स्वातंत्र्यसैनिक किसनराव भुजंगराव राजुरकर   याचे निधन*
👉 *2016 - तामिळनाडू चे मुख्यमंत्री जे.जयललिता ऊर्फ अम्मा यांचे तीव्र ह्दयविकारा नंतर   यांचे  निधन*
 
🙏 *मिलिंद विठ्ठलराव वानखेडे*🙏
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          *🥇सामान्य ज्ञान 🥇*
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*👉असा कोणता प्राणी आहे जो खूप आठवडे पाणी न पिता राहु शकतो?* 
*🥇उंट* 

*👉एका माणसाच्या डोक्यावर अंदाजे किती केस असतात?* 
*🥇जवळ जवळ एक ते दीड लाख*

*👉 सूर्य कोणत्या दिशेला मावळतो?* 
*🥇पश्चिम दिशा*

*👉इंग्रजी वर्णमालेमध्ये किती स्वर असतात?* 
*🥇पाच स्वर (A,E,I,O,U)*

*👉महाराष्ट्रातील पहिले पंचतारांकित हॉटेल कोणते?* 
*🥇ताजमहल (मुंबई1904)*
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           *🕸 बोधकथा 🕸*
     
*🫂दोन भावातील खटला👥*

*एकदा एक गावात, दोघां भावात जमिनीवरून तंटा झाला व मामला कोर्टात पोहोचला.*
*त्यात एक भाऊ लखपती होता तर दुसरा गरीब होता. त्या दोघांना प्रत्येकी दहा लाख रूपये वाटणीमध्ये आले होते.*
*न्यायाधीशांनी एका भावाला विचारले तुझ्या भावाने सात वर्षात दहा लाख रूपये कसे काय खर्च केले.*
*श्रीमंत भाऊ म्हणाला, माझा भाऊ प्रत्येक काम नोकराकडून करवून घेत असे. कोणतेही काम त्याने केले नाही. नोकरही मनमानी करू लागले. एक रूपया खर्च येत असेल तर शंभर रूपये आल्याचे दाखवत असत. तो अन्नाला महाग झाला.*
*न्यायाधीशांनी विचारले, तुझी श्रीमंती कशी काय टिकून राहिली.*
*तो म्हणाला, माझ्या वाडवडिलांनी देणगी दिली म्हणजे मी परिश्रम करूच नये की काय, संपत्ती मिळाल्यावरही मी परिश्रम करण्याचे सोडले नाही. मी नोकरांवर कधीच अवलंबून राहिलो नाही. प्रत्येक कामात माझा सहभाग असल्याने नोकरांची बोलण्याची हिंमत होत नव्हती.*
*आता जेव्हा याच्याकडे फुटकी कवडीही उरली नाही म्हणून याने माझ्यावर दावा ठोकला आहे. याला परिश्रम करायला नको आहेत याने स्वत:ची संपत्ती तर आळसाने घालविली आता माझ्या संपत्तीवर याचा डोळा आहे. यावर न्यायाधीश महोदयांनी इतर साक्षीपुरावे तपासले व श्रीमंत भाऊच खरे असल्याचा निर्वाळा दिला.*
 
*🧠तात्पर्य : मिळालेले धन हे टिकवून ठेवले पाहिजे आहे.*
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         *🌐 आजच्या बातम्या 🌐*

*📢भारतीय संघाचा मानहानीकारक पराभव, अखेरच्या विकेटसाठी बांग्लादेशच्या मेहंदी हसन व मुस्तफिजुर यांची विक्रमी भागीदारी*
*📢मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्र्यांकडून समृद्धी महामार्गाचा पाहणी दौरा, फडणवीसांच्या हातात स्टेअरिंग, शिंदे-फडणवीसांचा एकाच कारनं प्रवास*
*📢पंढरपुरात माऊली कॉरिडॉरमुळे खुद्द विठुरायालाही व्हावं लागणार विस्थापित, पुरातन ताकपीठे, विठ्ठल मंदिराचे अस्तित्व धोक्यात*
*📢नागपूर विमानतळाबाहेरचे कर्नाटक सरकारचे बॅनर फाडले, कर्नाटक सरकारविरोधात ठाकरे गट आक्रमक*
*📢कोरोनापेक्षा घातक विषाणूचं सावट; आता कॅमल फ्लूचा धोका, FIFA मुळे जगाची चिंता वाढली*
*📢यवतमाळमध्ये एसटी बस आणि कारचा भीषण अपघात; चौघांचा जागीच मृत्यू, 13 प्रवासी गंभीर जखमी*
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*मिलिंद व्हि वानखेडे*
*मुख्याध्यापक*
*प्रकाश हायस्कूल व ज्युनिअर कॉलेज  कान्द्री-माईन* 
*9860214288*
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*🇮🇳 आझादी का अमृत महोत्सव 🇮🇳*
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       🇮🇳 *गाथा बलिदानाची* 🇮🇳
                 ▬ ❚❂❚❂❚ ▬                  संकलन : सुनिल हटवार ब्रम्हपुरी,          
             चंद्रपूर 9403183828                                                      
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           *एच. सी. दासप्पा*  
       *हिराली चनया दासप्पा*
(स्वतंत्रता सेनानी तथा राजनीतिज्ञ)
    *जन्म : 5 दिसम्बर, 1894*
            ( मैसूर )
     *मृत्यु : 20 अक्टूबर, 1964*
पत्नी : यशोधरम्मा
नागरिकता : भारतीय
प्रसिद्धि : स्वतंत्रता सेनानी तथा राजनीतिज्ञ
जेल यात्रा : ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ सहित चार बार जेल की सज़ा भोगी।
शिक्षा : क़ानून की शिक्षा
विशेष योगदान : हरिजन उत्थान के लिए दासप्पा ने कई क़दम उठाए और हिन्दी के प्रसार के लिए ‘मैसूर रियासत हिन्दी प्रचार समिति’ की स्थापना में भी योगदान दिया।

अन्य जानकारी : दासप्पा वर्ष 1927 से 1938 तक 'मैसूर असेम्बली' के सदस्य रहे थे। भारत की आज़ादी के बाद वे मैसूर मंत्रिमण्डल में वित्त और उद्योग मंत्री भी रहे।
                  हिराली चनया दासप्पा का 'भारतीय स्वतंत्रता संग्राम' और देश के नव-निर्माण में समान योगदान रहा था। दासप्पा वर्ष 1927 से 1938 तक 'मैसूर असेम्बली' के सदस्य रहे थे। भारत की आज़ादी के बाद वे मैसूर मंत्रिमण्डल में वित्त और उद्योग मंत्री भी रहे। गांधीजी के रचनात्मक कामों के प्रति दासप्पा की बड़ी श्रद्धा थी।

💁🏻‍♂️ *जन्म तथा शिक्षा*
           एच. सी. दासप्पा का जन्म 5 दिसम्बर, 1894 ई. को मैसूर रियासत के 'मेराकारा' नामक स्थान में हुआ था। उन्होंने मुम्बई से क़ानून की शिक्षा प्राप्त की और वकालत करने लगे। साथ ही सार्वजनिक कार्यों में भी रुचि लेना आरम्भ किया।

💠 *कांग्रेस में प्रवेश*
       दासप्पा देशी रियासत में जन-जागृति के लिए गठित ‘प्रजापक्ष’ नामक दल में सम्मिलित हो गए और 1927 से 1938 तक 'मैसूर असेम्बली' के सदस्य रहे। दासप्पा की पत्नी 'यशोधरम्मा' गांधीजी के विचारों से बहुत प्रभावित थीं। स्वतंत्रता के बाद वे मैसूर राज्य में समाज कल्याण मंत्री भी रहीं। पत्नी के प्रभाव से दासप्पा कांग्रेस में सम्मिलित हो गए और ‘प्रजापक्ष’ का भी कांग्रेस में विलय हो गया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया और ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ के सहित चार बार जेल की सज़ा भोगी। उनकी इन गतिविधियों के कारण मैसूर सरकार ने उनकी वकालत पर रोक लगा दी।                                          ⚜️ *विभिन्न मंत्री पद*
              स्वतंत्रता के बाद दासप्पा मैसूर मंत्रिमण्डल में वित्त और उद्योग मंत्री रहे। इस पद रहते हुए उन्होंने बंगलौर के औद्योगीकरण को बहुत प्रोत्साहित किया। 1954 में दासप्पा राज्य सभा के और 1957 तथा 1962 में लोकसभा के सदस्य चुने गए। 1963 में उन्होंने जवाहर लाल नेहरू के मंत्रिमण्डल में रेल मंत्री का पद सम्भाला। शास्त्रीजी के मंत्रिमण्डल में वे पहले सिंचाई और ऊर्जा मंत्री रहे थे, फिर उद्योग और आपूर्ति मंत्री रहे।

♻️ *प्रशंसनीय कार्य*
दासप्पा ने देश के प्रतिनिधि के रूप में अनेक देशों की यात्राएँ कीं। गांधीजी के रचनात्मक कामों के प्रति दासप्पा की बड़ी श्रद्धा थी। हरिजन उत्थान के लिए कई क़दम उठाए और हिन्दी के प्रसार के लिए ‘मैसूर रियासत हिन्दी प्रचार समिति’ की स्थापना में अग्रणी काम किया।

🪔 *निधन*
20 अक्टूबर, 1964 ई. को एच.सी. दासप्पा का निधन हो गया।

        🇮🇳 *जयहिंद* 🇮🇳

🙏🌹 *विनम्र अभिवादन* 🌹🙏
                                                                                                                                                                                                                                                    ➖➖➖➖➖➖➖➖➖

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